रेलओ का दबाव: Q4 में भारतीय बैंकों के मुनाफे में नरमी, मार्जिन पर असर

 RBI May Cut Interest Rate to 25 bps percent on June 6 then middle class get  benefits मिडिल क्लास को मिलेगा बड़ा तोहफा! लगातार बड़ी राहत देने की तैयारी,  6 जून को होगा ऐलान, Business Hindi News - Hindustan

मार्च  तिमाही में (Q4 FY25), भारतीय बैंकों ने लगभग 17 तिमाहियों के बाद पहली बार एक अंक वाले (single-digit) वार्षिक नेट प्रॉफिट वृद्धि दर्ज की। इसकी मुख्य वजह निजी क्षेत्र के बैंकों का कमजोर प्रदर्शन और देश के सबसे बड़े बैंक SBI में शुद्ध लाभ में तेज गिरावट रही। नेट इंटरेस्ट इनकम की गति धीमी पड़ी और सख्त प्रतिस्पर्धा और धीमी ऋण वृद्धि की वजह से मार्जिन पर दबाव भी बना रहा। इस स्थिति से निपटने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर से तरलता प्रवाह और ब्याज दरों में कटौती शुरू की है। विश्लेषक कहते हैं कि अगर यह नीति ठीक तरह से लागू होती है, तो बैंकों के मार्जिन में सुधार और लाभ वृद्धि संभव है। हालांकि इस तिमाही में लाभ वृद्धि धीमी हुई, लेकिन RBI की निरंतर सहारा देने वाली नीतियाँ और बैंक बैलेंस शीट मजबूत होने के संकेत सकारात्मक हैं, और आने वाली तिमाहियों में बैंकिंग क्षेत्र फिर से तेजी पकड़ सकता है।

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